पैसों के लिए खिलाड़ी अब छोटी-मोटी ट्रॉफी नहीं खेलना चाहते हैं इसलिए वह IPL की तैयारी में जुट चुके हैं लेकिन BCCI को यह नामंजूर है और वह बड़े फैसले ले सकती हैं ।
इसकी शुरुआत कैसे हुई ये क्या चल रहा है इंडिया में
शुरूवात यहाँ से हुई है आप सभी को बता दें कि ईशान ने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए पिछले साल दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले से नाम वापस ले लिया था। इसके बाद उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज में शामिल नहीं किया गया. और उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ भी टेस्ट सीरीज में भी टीम इंडिया में शामिल नहीं किया गया था. भारतीय कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि इशान को वापसी के लिए कुछ घरेलू क्रिकेट खेलना ही होगा. हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने रणजी ट्रॉफी नहीं खेली और अपनी टीम झारखंड से नहीं जुड़े और न ही उन्होंने कोई जानकारी दी. कोच की सलाह को नहीं माने और बड़ौदा पहुंचे और हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या के साथ प्रैक्टिस करते नजर आए.
क्रुणाल और दीपक पर भी नियम लागू होते हैं: रणजी खेलने के लिए बीसीसीआई की सलाह सिर्फ इशान और श्रेयस पर ही लागू नहीं होगी, बल्कि क्रुणाल और दीपक चाहर जैसे खिलाड़ियों पर भी लागू होगी, जो फिलहाल टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम प्रबंधन की योजना में नहीं हैं। श्रेयस की खराब फॉर्म के कारण उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी तीन मैचों के लिए टीम से बाहर कर दिया गया। अब उन्हें भी ये फैसला मानना होगा. बीसीसीआई के एक सूत्र ने क्रिकबज को बताया कि खिलाड़ी अपनी पसंद के अनुसार आईपीएल या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में से किसी एक को नहीं चुन सकते हैं खिलाड़ी। उन्होंने कहा, ‘खेलना सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट या आईपीएल नहीं है. खिलाड़ियों को स्थानीय सीज़न और क्रिकेट का भी हिस्सा बनना होगा और अपने राज्य की टीमों को प्राथमिकता देनी होगी।
हार्दिक और विराट को भी- हार्दिक पंड्या को अभी तक राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी से खेलने की अनुमति नहीं मिली है। निजी कारणों से टीम से बाहर चल रहे विराट कोहली पर यह फैसला लागू नहीं होगा। इस बीच ईशान आईपीएल के इंतजार में अपना समय बर्बाद कर रहे हैं । रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने बोर्ड को यह भी नहीं बताया है कि वह कहां हैं और क्या कर रहे हैं।